Thursday, September 6, 2018

Niyamit Baithak aur Bachat

     नियम हमें प्रगति की और ले जाते है | नियमो के पालन से अनुशासन आता है और समूह में अनुशासन से समूह का विकाश होता है | समूह द्वारा बनाये गए नियमो का पालन करने से समूह के सभी सदस्यों  सम्पूर्ण विकास होता है |


समूह में बैठक 

Swayam Sahayata Samuh
साप्ताहिक बैठक 
बैठक समूह की जान है जिस प्रकार मनुष्य का दिल धड़कना बंद कर दे तो मनुष्य मर जाता है, उसी प्रकार समूह साप्ताहिक बैठक तो समूह भी मर जाता है |  समूह के लिए बैठक शरीर की आत्मा जैसा है जिस प्रकार बिना आत्मा के मानव जीवित नहीं रह सकता ठीक उसी प्रकार बिना बैठक के कोई समूह भी जीवित नहीं रह सकता है | समूह की बैठक पाठशाला के सामान है जहाँ हमें आजीविका बढ़ाने की जानकारी, शिक्षा एवं स्वस्थ्य की जानकारी, परिवार विकास योजना की जानकारी मिलती है, जो हमारे परिवार और समाज के विकास के लिए बहुत महत्तवपूर्ण है समूह की बैठक हमारे लिए सोचने मंच है जहाँ हम अपनों अपनों के साथ-साथ दुसरो के बारे में भी सोचते है| बैठक से समूह में पारदर्शिता आती है, समूह में बैठक से एकदूसरे के प्रति विश्वास बढ़ता है और समूह में किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं होता है |  हमारा समूह मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर और गुरुद्वारा की तरह है जिसमे लोग हफ्ते में एक दिन प्रार्थना पूजा के लिए जरूर जाते है उसी तरिके से समूह एक पूजनीय स्थान है जिसमे बैठक एक पूजा की तरह है जिसमे हफ्ते में एक दिन जाना चाहिए |   

बचत 

Swayam Sahayata Samuh
साप्ताहिक बचत 
बचत एक आदत है | हमें उस घडी का इंतजार नहीं करना चाहिए कि हमें कोई कुछ देगा या हमारी आमदनी बढ़ेगी तभी हम बचत करेंगे | बचत का असली मतलब है कि  भी हमारे पास संसाधन है उसमे से ही छोटी-छोटी बचते करना ही बचत कहलाती है | एक महीने में हमारी बचत कम से कम मनरेगा की एक दिन की मजदूरी के बराबर जरूर होनी चाहिए |  

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